DNA व्दिगुणन को समझाइए/Explain DNA replication
नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम देखेंगे। DNA व्दिगुणन को समझाइए।,DNA प्रतिकृति क्या है? इसकी विधि लिखिए।, DNA की संरचना का सचित्र वर्णन कीजिए।DNA के कार्य और DNA और RNA में क्या अंतर होता है, यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है जो की परीक्षा में बार-बार आते हैं इसलिए इस पोस्ट को आप पूरा जरूर पढ़ें।
DNA प्रतिकृति क्या है? इसकी विधि लिखिए।
अथवा
DNA व्दिगुणन को समझाइए।
उत्तर:– DNA की श्रृंखला अपने ही समान दूसरी श्रृंखला बना सकती है। डी.एन.ए. की इसी क्रिया को DNA व्दिगुणन कहते हैं। वाटसन एवं क्रिक के अनुसार व्दिगुणन के समय DNA की दोनों श्रृंखलाओं के क्षारों के हाइड्रोजन बंध टूट जाते हैं फलतः दोनों श्रृंखलाएं अलग हो जाती हैं। प्रत्येक कोशिका के कोशिकाद्रव्य तथा केंद्रक में स्वतंत्र न्यूक्लियोटाइड्स पाए जाते हैं, ये DNA की इकहरी श्रृंखला के न्यूक्लियोटाइड के साथ जोड़ी बना देते हैं, स्वतंत्र ऐडीनीन न्यूक्लियोटाइड खुली श्रृंखला के थायमीन न्यूक्लियोटाइड और ग्वानीन, साइटोसिन न्यूक्लियोटाइड से जुड़ते हैं। इसके बाद शर्करा अणु अपने फॉस्फेट घटक से जुड़कर खुली श्रृंखला के ही समान नई श्रृंखला बना देते हैं। इस प्रकार प्रत्येक खुली श्रृंखला पुनः नया कुंडलित DNA बना देती है। इसे ही DNAप्रतिकृति या DNA व्दिगुणन कहते हैं।
DNA की संरचना का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:– सन 1953 में वाटसन एवं क्रिक ने डी.एन.ए. की संरचना को प्रदर्शित करने के लिए इसके अणु के अवयवों को व्यवस्थित करके एक व्दिकुंडली प्रतिरूप बनाया जिसके प्रमुख लक्षण निम्न है–
(1). डीएनए का प्रत्येक अणु दो कुंडलित पॉलिन्यूक्लियोटाइड श्रृंखलाओं के सर्पिल क्रम में लिपटने से बनता है इन दोनों श्रृंखलाओं अर्थात कुंडलों का विकास 20A होता है।
(2). न्यूक्लियोटाइड नाइट्रोजनी बेसों, फॉस्फोरिक अम्लों तथा डी-ऑक्सिराइबोज शर्कराओं का बना होता है।
(3). दोनों श्रृंखलाएं आपस में नाइट्रोजनी क्षारकों द्वारा जुड़ी होती हैं।
(4). इसमें दो प्रकार के नाइट्रोजनी बेस प्यूरीन एवं पिरीमिडीन पाए जाते हैं।
(5). प्यूरीन एवं पिरीमिडीन की मात्रा लगभग बराबर होती है। एक प्यूरीनन के साथ एक पिरीमिडीन होता है।
(6). दोनों स्ट्रैंड एक दूसरे के एंटीपैरेलल होते हैं। प्यूरीन एवं पिरीमिडीन आपस में हाइड्रोजन बंध द्वारा जुड़े रहते हैं।
(7). क्षारकोंके बीच उपस्थित हाइड्रोजन बंध एवं उनके एरोमेटिक सतह पर हाइड्रोफोबिक अंतर्क्रिया के कारण डीएनए हेलिक्स स्थाई होता है।
(8). फॉस्फोडाइएस्टर बंध द्वारा DNA की पॉलिन्यूक्लियोटाइड संरचना का निर्माण होता है। DNA के दोनों स्ट्रैंड के कुण्डलन की दूरी 34A व्यास होती है।
DNA के कार्य/महत्व लिखिए?
उत्तर:– डीएनए के कार्य निम्नलिखित हैं–
DNA के कार्य (Functions of DNA):–
(1). पादप विषाणुओं को छोड़कर सभी जीवधारियों में DNA आनुवंशिक पदार्थ (Hereditary material) के रूप में कार्य करता है तथा आनुवंशिक सूचनाओं को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुँचाने का कार्य करता है।
(2). DNA, mRNA के निर्माण के लिए टेम्पलेट की भाँति कार्य करता है।
(3). DNA जीवधारियों में प्रोटीन के निर्माण के लिए उत्तरदायी होता है।
(4). DNA हिस्टोन प्रोटीन के साथ मिलकर गुणसूत्रों का निर्माण करता है।
(5). DNA जीवधारियों की विभिन्न विकासात्मक प्रक्रियाओं तथा सभी जैविक क्रियाओं पर नियंत्रण रखता है।
DNA और RNA में अंतर लिखिए
उत्तर:–