covid 19 essay in hindi // corona virus per nibandh
कोविड- 19 (महामारी )
प्रस्तावना - कोरोना वायरस (कोविड 19 ) एक संक्रामक बीमारी है जो पहली बार एक वायरस के फैलने से सामने आई, इसकी शुरूआत चीन से हुई चीन के दुबई प्रांत के बहान शहर में एक दिसम्बर, 2019 को एक मरीज में इस वायरस के प्रवेश की पुष्टि हुई।
आज संसार के लगभग सभी देश इस महामारी की चपेट में हैं। भारत भी इस वायरस से अछूता नहीं रहा, कोरोना का प्रसार भारत में भी हो गया। भारत सरकार ने समय पर ही सजग होकर इसकी रोकथाम के प्रयास शुरू कर दिए।
महामारी के संक्रमण के लक्षण: - इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति में कुछ लक्षण प्रकट होने लगते हैं जैसे बुखार, खाँसी, सांस लेने में तकलीफ आदि। कभी-कभी यह भी देखने में आया कि संक्रमित व्यक्ति को कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दिए।
बीमारी का प्रसार :- इस बीमारी का संक्रमण मुख्य रूप से हवा की बूँदों के माध्यम से होता है। संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खाँसने से बूँदें दो गज दूर तक जा सकती हैं और स्वस्थ व्यक्ति इनके सम्पर्क में आकर बीमार पड़ सकता है; इस तरह इस बीमारी का प्रसार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में होता है।
बीमारी से बचाव - •संक्रमण से बचने के कुछ उपाय बताए गए हैं जो इस बीमारी से बचाव में काफी सहायक हैं - (1) साबुन और पानी से समय-समय पर हाथ धोएँ। (2) मुँह, नाक को अच्छी तरह ढँकते हुए मास्क लगाएँ। (3) संक्रमण से बचने के लिए बाहर आने-जाने पर तथा भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। (4) बाहर निकलते समय किसी भी व्यक्ति से दो गज की दूरी बनाएँ। (5) व्यक्ति को अपना स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए नियमित व्यायाम, योग, आसन तथा घूमने का क्रम बनाए रखना चाहिए। (6) सेनेटाइजर का प्रयोग करना चाहिए। (7) इस महामारी से बचाव के लिए टीका (वैक्सिन) लगवाना चाहिए।
कोविड-19 का मानव जीवन पर प्रभाव कोविड-19 महामारी से आम आदमी भवग्रस्त हो गया है। आर्थिक गतिविधियों रुक जाने से बेरोजगारी बढ़ गई है। लोग आपस में मिलने-जुलने में सावधानी बरत रहे हैं। त्यौहारों, उत्सवों पर रोक लगने से मानव-मन खिन्न हो गया है। यह देखा गया है कि लोगों में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है। लोग इसे प्राकृतिक प्रकोप मानकर चल रहे हैं इसलिए प्रकृति के क्रियाकलापों के प्रति लोगों की आस्था बढ़ी है। निष्कर्षतः कहा जा सकता है कि मानव जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
उपसंहार - विश्व के अन्य देशों के साथ-साथ कोरोना ने भारत में भी जनजीवन अस्त- व्यस्त कर दिया। सामाजिक दूरी, मास्क आदि ही प्रारम्भिक स्तर पर इसकी रोकथाम का उपचार है। उम्मीद की जा रही है कि इस वायरस का टीका (वैक्सीन) लगने के बाद लोगों को इस महामारी से राहत मिल सकेगी।