संक्रामक और असंक्रामक रोग किसे कहते हैं? उदाहरण, अंतर, बचाव के उपाय , रोक फैलने की विधि/What are communicable and non-communicable diseases? Examples, Differences, Preventive Measures, Method of Preventing Spread
प्रश्न :- संक्रामक और असंक्रामक रोग किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए।
अथवा
संक्रामक और असंक्रामक रोग क्या है? समझाइए।
उत्तर– संक्रामक रोग :- ऐसे रोग जो अस्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में फैलते हैं, संक्रामक रोग कहलाते हैं।
उदाहरण– हैजा, टी.बी. आदि।
असंक्रामक रोग :- ऐसे रोग जो अस्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में नहीं फैलते हैं, असंक्रामक रोग कहलाते हैं।
उदाहरण– जोड़ों में दर्द, कैंसर, आदि।
प्रश्न :- संक्रामक रोग फैलने की पांच विधियां साधन लिखिए?
उत्तर– संक्रामक रोग फैलने की पाँच विधियाँ निम्नलिखित हैं-
(1) वायु के द्वारा :- इस विधि में संक्रामक रोग वायु के माध्यम से फैलते हैं जैसे– छींकने एवं खाँसने से रोग रोगाणु अस्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में चले जाते हैं।
(2) जल के द्वारा :- अनेक बीमारियां संक्रमित जल के पीने से होती हैं जैसे– पीलिया प्रदूषित जल के कारण होता है।
(3) सीधे संपर्क से :- अनेक बीमारियां जैसे– आंखों के संक्रमण एवं त्वचा संबंधी रोग संक्रमित व्यक्ति के साथ सीधे संपर्क में रहने से फैलते हैं।
(4) रोग रोगवाहकों के द्वारा :- अनेक रोगवाहक; जैसे– मादा मच्छर भी रोकवाहक के रूप में मलेरिया डेंगू जैसी बीमारियां फैलाते हैं।
(5) लैंगिक क्रियाओं द्वारा :- कुछ रोग जैसे सिफलिस एवं एड्स लैंगिक संपर्क के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं।
प्रश्न :- संक्रामक रोगों को फैलने से रोकने के लिए आपके विद्यालय में कौन-कौन सी सावधानियाँ आवश्यक है।
उत्तर:- संक्रामक रोगों को फैलने से रोकने के लिए हमारे विद्यालय में निम्न सावधानियां होनी चाहिए–
(1) पीने के पानी की साफ सफाई (स्वच्छता) का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
(2) संपूर्ण विद्यालय की नियमित साफ-सफाई होनी चाहिए।
(3) विद्यालय में सभी को खांसते व छींकते समय रुमाल का उपयोग करना चाहिए।
(4) विद्यालय में कहीं भी पानी इकट्ठा नहीं होना चाहिए।
(5) विद्यालय के शौचालय की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
(6) विद्यालय परिसर व आसपास में खुले भोजन व फल आदि की बिक्री प्रतिबंधित करनी चाहिए।
(7) टीकाकरण को प्रभावी ढंग से लागू करना सुनिश्चित होना चाहिए।
संक्रामक और असंक्रामक रोग में अंतर/Differences between communicable and non-communicable diseases?
संक्रामक रोग के गुण:–
1. ये रोग हानिकारक सूक्ष्मजीवों (रोगाणुओं-pathogens) द्वारा होते हैं।
2. रोगाणु वायु, जल, भोजन, कीट या शारीरिक संपर्क द्वारा रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में पहुँचते हैं।
3. इनका सीधे सम्पर्क द्वारा इसका प्रसारण होता है।
4.यह रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में संचरित हो सकता है।
5. संक्रामक रोग के उदाहरण हैं– हैजा, टीवी, अतिसार, एड्स रोग आदि।
असंक्रामक रोग के गुण:–
1. ये रोग परजीवी जीवधारियों के कारण पोषक तत्त्वों की हीनता के कारण या उपापचयी त्रुटियों के कारण होते हैं।
2. असंक्रामक रोग रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में नहीं फैलता है।
3. असंक्रामक रोग का प्रसारण नहीं होता हैं।
4. इसका रोगी व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में संचरण नहीं हो सकता है।
5.असंक्रामक रोग के उदाहरण – गठिया रोग, हृदय रोग, कैंसर रोग, घेंघा रोग आदि।
प्रश्न :- संक्रामक रोगों में रोगी व उसके परिजनों को क्या क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए।
अथवा
सामान्य बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए कोई पाँच सुझाव दीजिए।
अथवा
संक्रामक रोगों से बचाव हेतु तीन सावधानियाँ लिखिए।
उत्तर– संक्रामक रोगों से बचाव हेतु सावधानियाँ निम्नलिखित हैं–
(1) घर एवं घर के आसपास स्वच्छता रखनी चाहिए।
(2) अपने शरीर की नियमित सफाई करनी चाहिए।
(3) पेयजल एवं खाद्य पदार्थों को सदैव ढक कर रखना चाहिए।
(4) वाहक जीवों जैसे मक्खी, मच्छर आदि से बचाव करना चाहिए।
(5) रोगी के मलमूत्र, बलगम, उल्टी आदि को गड्ढे के अंदर गाड़ देना चाहिए।
(6) रोगी के कपड़ों को खौलते पानी व कीटाणुनाशकों से साफ करना चाहिए।
(7) रोगी को पृथक्कित रखना चाहिए।
(8) सुपाच्य व पौष्टिक भोजन का प्रयोग करना चाहिए।
रोगों से बचने हेतु 3 उपाय लिखिए?
उत्तर:– रोगों से बचने हेतु उपाय निम्नलिखित हैं–
1. साफ सफाई हेतु लोगों को जागरूक करना तथा होने वाले नुकसान से अवगत कराना।
2. संक्रमित व्यक्ति को अलग रखकर उसके मल मूत्र व थूक आदि का उचित निष्पादन करना।
3. खाली स्थानों पर जल एकत्रित नहीं होने देना।