बिंदुस्त्राव और वाष्पोत्सर्जन में अंतर/difference between perfusion and transpiration
प्रश्न :- बिंदुस्त्राव और वाष्पोत्सर्जन में अंतर लिखिए।
उत्तर:- बिंदुस्त्राव और वाष्पोत्सर्जन में अंतर निम्नलिखित है-
बिंदुस्त्राव और वाष्पोत्सर्जन में अंतर/difference between perfusion and transpiration
| बिन्दुस्त्राव (Guttation) | वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) |
1 | इसमें जल बूँदों के रूप में निकलता है। | इसमें जल वाष्प के रूप में निकलता है। |
2 | यह प्रातः काल या रात्रि में होता है। | यह दिन में होता है। |
3 | यह जलरन्ध्रों द्वारा होता है। | यह पर्णरन्ध, वातरन्ध्र तथा क्यूटिकल द्वारा होता है. |
4 | जलरंध्र सदैव खुले रहते हैं। | पर्णरंध्र खुलते तथा बंद होते रहते हैं। |
5 | इसमें द्वार कोशिका अनुपस्थित होती हैं। | यह क्रिया रक्षक कोशिकाओं द्वारा नियंत्रित होती है। |
6 | इसमें जल तथा कुछ खनिज पदार्थ भी स्त्रावित होते हैं। | इसमें केवल वाष्ष निकलती है। |
7 | यह शाकीय पादपों में पाया जाता है। | यह सभी स्थलीय पादपों में होता है। |
प्रश्न :- विसरण और परासरण किसे कहते हैं?
विसरण किसे कहते हैं?
उत्तर :- विसरण की परिभाषा:- किसी विलयन में विलेय के अणुओं का अधिक सांद्रता से कम सांद्रता की ओर जाना विसरण कहलाता है।
परासरण किसे कहते हैं?
उत्तर:– परासरण की परिभाषा :- विलायक के अणुओं का अर्ध्द- पारगम्य झिल्ली से होकर कम सांद्रता वाले विलयन से अधिक सांद्रता वाले विलयन की ओर जाना परासरण कहलाता है।
विसरण के गुण:– विसरण के गुण निम्नलिखित हैं–
(1). इस क्रिया में अणुओं की गति अधिक सांद्रता वाले स्थान से कम सांद्रता वाले स्थान की ओर होती हैं।
(2).यह क्रिया ठोस, द्रव तथा गैस सभी में हो सकती है।
(3).इस क्रिया के लिए अर्ध्द- पारगम्य झिल्ली की आवश्यकता नहीं होती है।
(4).विसरण की क्रिया में ऊर्जा का उपयोग नहीं होता है।
(5).यह क्रिया दोनों दिशाओं में होती है।
परासरण के गुण:– परासरण के गुण निम्नलिखित हैं–
(1) .इसमें विलायक के अणुओं की गति अधिक सांद्रता वाले स्थान से कम सांद्रता वाले स्थान की ओर होती है।
(2).यह क्रिया केवल द्रव माध्यम में होती है।
(3).इस क्रिया के लिए अर्ध्द-पारगम्य झिल्ली की आवश्यकता होती है।
(4).परासरण की क्रिया में ऊर्जा का उपयोग होता है।
(5).यह क्रिया केवल एक दिशा में होती है।
विसरण और परासरण में अंतर/difference between diffusion and osmosis
| विसरण | परासरण |
1 | किसी विलयन में विलेय के अणुओं का अधिक सांद्रता से कम सांद्रता की ओर जाना विसरण कहलाता है | विलायक के अणुओं का अर्ध्द- पारगम्य झिल्ली से होकर कम सांद्रता वाले विलयन से अधिक सांद्रता वाले विलयन की ओर जाना परासरण कहलाता है। |
2 | विसरण के लिए अर्ध्द- पारगम्य झिल्ली की आवश्यकता नहीं होती है। | इसके लिए अर्ध्द- पारगम्य झिल्ली की आवश्यकता होती है। |
3 | यह विलयनो एवं गैसों दोनों में होता है। | यह क्रिया केवल विलयनों में होती है। |
4 | इस क्रिया में विलायक एवं विलेय दोनों के अणु गति करते हैं। | इस क्रिया में केवल विलायक के अणु गति करते हैं। |
5 | उदाहरण :- अगरबत्ती के धुँए का आसपास के वातावरण में फैलना | उदाहरण :- किसमिस को पानी में डालने पर उसका फूल जाना। |
प्रश्न :- विसरण और परासरण में अंतर लिखिए।
उत्तर:- विसरण और परासरण में अंतर निम्नलिखित है-
विसरण और परासरण में अंतर/difference between diffusion and osmosis
| विसरण(Diffusion) | परासरण(Osmosis) |
1 | इस क्रिया में अणुओं की गति अधिक सांद्रता वाले स्थान से कम सांद्रता वाले स्थान की ओर होती है। | इसमें विलायक के अणुओं की गति अधिक सांद्रता वाले स्थान से कम सांद्रता वाले स्थान की ओर होती है। |
2 | यह क्रिया ठोस, द्रव तथा गैस सभी में हो सकती है | यह क्रिया केवल द्रव माध्यम में होती है |
3 | इस क्रिया के लिए अर्ध्द- पारगम्य झिल्ली की आवश्यकता नहीं होती है | इस क्रिया के लिए अर्ध्द-पारगम्य झिल्ली की आवश्यकता होती है। |
4 | विसरण की क्रिया में ऊर्जा का उपयोग नहीं होता है। | परासरण की क्रिया में ऊर्जा का उपयोग होता है। |
5 | यह क्रिया दोनों दिशाओं में होती है। | यह क्रिया केवल एक दिशा में होती है। |
प्रश्न :- बिंदुस्त्राव और वाष्पोत्सर्जन में अंतर लिखिए।
उत्तर:- बिंदुस्त्राव और वाष्पोत्सर्जन में अंतर निम्नलिखित है-
बिंदुस्त्राव और वाष्पोत्सर्जन में अंतर/difference between perfusion and transpiration
| बिन्दुस्त्राव (Guttation) | वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) |
1 | इसमें जल बूँदों के रूप में निकलता है। | इसमें जल वाष्प के रूप में निकलता है। |
2 | यह प्रातः काल या रात्रि में होता है। | यह दिन में होता है। |
3 | यह जलरन्ध्रों द्वारा होता है। | यह पर्णरन्ध, वातरन्ध्र तथा क्यूटिकल द्वारा होता है. |
4 | जलरंध्र सदैव खुले रहते हैं। | पर्णरंध्र खुलते तथा बंद होते रहते हैं। |
5 | इसमें द्वार कोशिका अनुपस्थित होती हैं। | यह क्रिया रक्षक कोशिकाओं द्वारा नियंत्रित होती है। |
6 | इसमें जल तथा कुछ खनिज पदार्थ भी स्त्रावित होते हैं। | इसमें केवल वाष्ष निकलती है। |
7 | यह शाकीय पादपों में पाया जाता है। | यह सभी स्थलीय पादपों में होता है। |