समजात अंग और समवृत्ति अंग में अंतर/Difference between Homologous organ and Analogous organ
नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे समवृत्ति अंग किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए, समजात अंग किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए, समवृत्ति अंग और समजात अंग में अंतर बताइए, और मानव तथा कपि में अंतर लिखिए, क्योंकि यह परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है क्योंकि यह कक्षा 12वीं जीव विज्ञान और कक्षा दसवीं विज्ञान के पेपर में बार-बार आते ही रहते हैं इसलिए आप इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें धन्यवाद।
प्रश्न:- समवृत्ति अंगों को उदाहरण सहित परिभाषित कीजिए।
उत्तर :– समवृत्ति अंग की परिभाषा :- वे अंग जो संरचना व उत्पत्ति में भिन्न-भिन्न होते हैं, परंतु समान कार्यों को करते हैं, समवृत्ति अंग कहलाते हैं।
उदाहरण- तितली व चमगादड़ के पंख।
समजात अंग किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर:– समजात अंग की परिभाषा:- वे अंग जो संरचना व उत्पत्ति में समान होते हैं परंतु भिन्न- भिन्न कार्यों को करते हैं, समजात अंग कहलाते है।
उदाहरण- मनुष्य के हाथ, सील के पंख
समजात अंग और समवृत्ति अंग में अन्तर/Difference between Homologous organ and Analogous organ
| समजात अंग | समवृत्ति अंग |
1 | जीव के वे अंग जो उत्पत्ति और संरचना में समानता प्रदर्शित करते हैं किंतु भिन्न-भिन्न कार्यों को करते हैं समजात अंग कहलाते हैं। | जीव के वे अंग जो उत्पत्ति और संरचना में भिन्न भिन्न होते हैं किंतु समान कार्यों को प्रदर्शित करते हैं समवृत्ति अंग कहलाते हैं। |
2 | समजात अंग बाहर से अलग-अलग प्रतीत होते हैं। | समवृत्ति अंग बाहर से समान प्रतीत होते हैं। |
3 | ये आंतरिक संरचना में समानता प्रदर्शित करते हैं। | ये आंतरिक संरचना में पूर्णता भिन्न होते हैं । |
4 | उदाहरण :- मेंढक के अग्रपाद , मनुष्य के हाथ आदि । | उदाहरण :- तितली और चमगादड़ के पंख आदि। |
कपि एवं मानव में अंतर लिखिए
उत्तर:– कपि एवं मानव में अंतर निम्नलिखित है–
कपि एवं मानव में अंतर
| कपि (Apes) | मानव (Man) |
1 | कपिल आज भी वृक्षश्रयी हैं। इनकी अग्र भुजाएं पिछली की तुलना में अधिक लंबी होती हैं। | मानव पृथ्वी पर रहता है। पिछली टांगे अधिक शक्तिशाली तथा विकसित होती हैं। |
2 | चारों पदों के अंगूठे अँगुलियों से समकोण बनाते हैं। | केवल हाथों के अँगूठे, अँगलियों के समकोण पर होते हैं। |
3 | चेहरा कुछ आगे निकला हुआ, ठोडी़ का अभाव होता है। | चेहरा सीधा, बाहर निकली हुई ठोड़ी होती है। |
4 | माथा छोटा तथा खोपड़ी चपटी होती है। | माथा बड़ा, ऊंचा तथा खोपड़ी गुम्बजाकार होती है। |
5 | बाल अधिक, संपूर्ण शरीर पर होते हैं। | बाल कम होते हैं तथा सीमित भागों में होते हैं। |
6 | इनका निचला जबड़ा भारी, दाँत बड़े तथा ठुड्डी गोल होती है। | इनका निचला जबड़ा, दाँत छोटे तथा ठुड्डी चपटी होती है। |